Ladli bahana Yojana indore news : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाडली बहना योजना लागू की गई है, और योजना लागू करने के बाद मध्य प्रदेश राज्य की 1 करोड़ 25 लाख महिलाओं के खाते में 1000 रुपए की राशि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 10 जून 2023 को डाली गई है, लाडली बहना योजना की पहली किस्त को लेकर आई बड़ी खबर, मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर जिले में बहुत सी महिलाओं को लाभ नहीं मिल पाया।
जानकारी के लिए दोस्तों आपको बता दें कि लाडली बहना योजना की पहली किस्त की राशि तो उन महिलाओं के खाते में डाली गई है, मगर बैंक ने बीच में ही योजना की राशि काट ली, आज की इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे, कि आखिर महिलाओं की राशि किस वजह से काटी गई है, क्या है इसकी वजह, दूसरी किस्त में आपके साथ भी यह हो सकता है, इसलिए पहले से ही जान ले वजह।
बैंक ने काटी योजना की राशि
जानकारी के तौर पर आपको बता दें कि, इंदौर की करीब 5000 महिलाओं के अकाउंट से निशुल्क के रूप में राशि काटी गई है, सोशल मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है, कि बैंक ने अपने पुराने हिसाब को चुकता करते हुए बैंक ने कोविड-19 बाद से किसी प्रकार का लेनदेन ना होने पर सीधा मारी करते हुए योजना की राशि काट ली, और बताया जा रहा है कि जिले में ऐसी सैकड़ों महिलाएं और भी हैं, जिनकी आने वाले समय में भी योजना की राशि काट ली जाएगी, और बताया जा रहा है कि इसके अतिरिक्त करीब 18000 ऐसे भी महिलाएं हैं जिनकी डीबीटी बेनिफिट ट्रांसफर नहीं हो पाया है, जिसके कारण इन महिलाओं के खाते में राशि नहीं पहुंची है, लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
इंदौर में आए कुल इतने आवेदन
लाडली बहना योजना का लाभ मध्य प्रदेश की सभी महिलाओं को प्रदान किया जा रहा है, अभी फर्स्ट राउंड में इंदौर शहर में लाडली बहना योजना के लिए 4 लाख 39 हजार आवेदन आए थे, जिसमें से 38000 आवेदन पात्रता के लिए सामान्य हो गए, और 18 हजार महिलाओं का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर नहीं हो पाया, हमें मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है, कि अधिकारियों के अनुसार अगले तीन-चार दिन में खाते डीवीटी के माध्यम से राशि जमा कर दी जाएगी,
अकाउंट में राशि आते ही काटी
जानकारी के तौर पर आपको बता दें कि, इंदौर जिले के नंदा नगर में रहने वाली एक महिला के अकाउंट में लाडली बहने योजना की राशि खाते ही बैंक द्वारा काट ली गई है, बैंक में पूछताछ करने के बाद पता चला है, कि पिछले 3 साल से बैंक में न्यूनतम राशि नहीं है कोविड-19 आज से ही कोई ट्रांजैक्शन नहीं किया गया है जिसके कारण बैंक ने योजना की राशि काट ली।